खुद से बन रहे हैं इसलिए समय लग रहा है
हमें जिंदगी बनी बनाई नहीं मिली..!!!\यही जुनून यही एक ख्वाब मेरा है,
वहां चिराग जला दू जहां अंधेरा है..!!!पानी कितना भी गहरा हो तू दरिया पे नज़र रख,
किनारा मिले ना मिले तहरने का हुनर रख..!!!मेरी महनत का पसीना है मेरे माथे पर,
मुझसे ना कहना बाप की दी हुई दौलत उडाता है..!!!मुश्किलें और बढ़ा दीजिए मेरी, मैं आगे बढ़ता रहूंगा,
मुझे हार की परवाह नहीं मैं तो जी जान से लड़ता रहूंगा..!!!



